इसी तरह से जीवन में खूब आती रहे लहर। इसी तरह से जीवन में खूब आती रहे लहर।
अगले दिन गधा भी, भीड़ के सामने आया। पर उसका अटपटा तेवर तो, किसी के मन ना भाया अगले दिन गधा भी, भीड़ के सामने आया। पर उसका अटपटा तेवर तो, किसी के मन न...
कभी आँधियों में कभी बरसात में चला कभी धूप में चला तो कभी मैं छाँव चला, कभी आँधियों में कभी बरसात में चला कभी धूप में चला तो कभी मैं छाँव चला,
इस बार आसार अलग हैं और तेवर भी, तुझे सही लगे तो ठीक, न लगे तो ठीक। इस बार आसार अलग हैं और तेवर भी, तुझे सही लगे तो ठीक, न लगे तो ठीक।
गुफ़्तुगू पहले सी थी, जिसमें लेकिन आज-कल... चंद अन-कहे अल्फ़ाज़ थे ! गुफ़्तुगू पहले सी थी, जिसमें लेकिन आज-कल... चंद अन-कहे अल्फ़ाज़ थे !
घुंघराले बालों वाली थी वो, थोड़ी नखराली थी वो भुक्खड़ सी जान पड़ी, जिस लहज़े से प्लेट भरी थ... घुंघराले बालों वाली थी वो, थोड़ी नखराली थी वो भुक्खड़ सी जान पड़ी, जिस ...