इस बार आसार अलग हैं और तेवर भी, तुझे सही लगे तो ठीक, न लगे तो ठीक। इस बार आसार अलग हैं और तेवर भी, तुझे सही लगे तो ठीक, न लगे तो ठीक।
जो छूट गए थे पीछे फिर से मिले गले जो छूट गए थे पीछे फिर से मिले गले
प्यार में जिंदा रहे जीते सनम, राह में चलते रहे बहकते कदम, प्यार में जिंदा रहे जीते सनम, राह में चलते रहे बहकते कदम,
बहकते बहकते हवा भी रुक गयी शाम ढले ठहरी रही मौज बहकते बहकते हवा भी रुक गयी शाम ढले ठहरी रही मौज
पूरी करने की जिद में कभी अश्क बन कर बरसते थे आसमान के तारे बन के जिन्हें पाने को हम तर पूरी करने की जिद में कभी अश्क बन कर बरसते थे आसमान के तारे बन के जिन्हें पाने...
मिट्टी की सोंधी खुशबू से सदा महकते रहे मिट्टी की सोंधी खुशबू से सदा महकते रहे