जंग ए अज़ीम के आसार नज़र आ रहे हैं दो दिल मुस्तैदी से तैयार नज़र आ रहे हैं! जंग ए अज़ीम के आसार नज़र आ रहे हैं दो दिल मुस्तैदी से तैयार नज़र आ रहे हैं!
इस बार आसार अलग हैं और तेवर भी, तुझे सही लगे तो ठीक, न लगे तो ठीक। इस बार आसार अलग हैं और तेवर भी, तुझे सही लगे तो ठीक, न लगे तो ठीक।
हो सदा जंग के आसार, कहाँ लिक्खा है ? हो सदा जंग के आसार, कहाँ लिक्खा है ?
क्यों नहीं सुनते विराट की पुकार? क्यों नहीं देखते क्रांति के आसार? क्यों नहीं सुनते विराट की पुकार? क्यों नहीं देखते क्रांति के आसार?
ज़िन्दगी का ज़िन्दगी पे कहर अब जारी है, मौत का कोई निशां भी नहीं अब बाकी है, ज़िन्दगी का ज़िन्दगी पे कहर अब जारी है, मौत का कोई निशां भी नहीं अब बाकी है,
संतुष्टि से शांति शांति से सुख यहीं क्रम है यहीं जीवन है संतुष्टि से शांति शांति से सुख यहीं क्रम है यहीं जीवन है