ए दिल जरा संभल के, अब जो कोई, शर्म से अपना मुंह दुपट्टे में छिपाएंगी। तिरछी नज़रों से देख, अब ... ए दिल जरा संभल के, अब जो कोई, शर्म से अपना मुंह दुपट्टे में छिपाएंगी। तिरछ...
बूढ़े बापू माई के अरमां आधे रह जाते हैं। बूढ़े बापू माई के अरमां आधे रह जाते हैं।
खाक बना कर ये तक़दीर की लकीरो से मेरी किस्मत को रुला ना देना.. खाक बना कर ये तक़दीर की लकीरो से मेरी किस्मत को रुला ना देना..
दोस्ती का कोई मोल नहीं, दोस्त तो बस दोस्त होता है। दोस्त की कीमत वही जानता है जो उसे कभी खोता है। दोस्ती का कोई मोल नहीं, दोस्त तो बस दोस्त होता है। दोस्त की कीमत वही जानता है...
जो जितना किरदार संभालते हैं वो उतने ही नक़ाब लगा कर रखते हैं जो जितना किरदार संभालते हैं वो उतने ही नक़ाब लगा कर रखते हैं
कभी आँधियों में कभी बरसात में चला कभी धूप में चला तो कभी मैं छाँव चला, कभी आँधियों में कभी बरसात में चला कभी धूप में चला तो कभी मैं छाँव चला,