जहाँ पाँव रखूँगा तो जा गिरूँगा ओंधे मुंह और मेरे ख़्वाब चाकनाचुर हो ज़ायेंगे जैसे कर दिये थे तुमने... जहाँ पाँव रखूँगा तो जा गिरूँगा ओंधे मुंह और मेरे ख़्वाब चाकनाचुर हो ज़ायेंगे ज...
हैवानों के जहाँ में, इंसा होने का सबब, मुझे आ गया। हैवानों के जहाँ में, इंसा होने का सबब, मुझे आ गया।
मुस्कुराएँ, गम को उगले जो बेहतर हो वही बोले मौन की भी अपनी जुब़ा है वर्ना जिन्दगी जीने नहीं देगी।... मुस्कुराएँ, गम को उगले जो बेहतर हो वही बोले मौन की भी अपनी जुब़ा है वर्ना जिन...
बदल दिया है वक़्त नाकामियों ने किरदार जो निभने थे निभ गये बदल दिया है वक़्त नाकामियों ने किरदार जो निभने थे निभ गये
बस मात खा जाते बस मात खा जाते
तेरी हर बुराई पर भारी पड़ा बड़ा ढीठ है यह मेरी आज़ादी का रुआब ! तेरी हर बुराई पर भारी पड़ा बड़ा ढीठ है यह मेरी आज़ादी का रुआब !