पल पल रूप बदलता किसी बहरूपिऐ सा ओह,शक्ल तो इंसानों जैसी थी लेकिन फ़ितरत ? पल पल रूप बदलता किसी बहरूपिऐ सा ओह,शक्ल तो इंसानों जैसी थी लेकिन फ़ितरत ?
तेरी यादों में था गज़ब का नशा कब हुई सुबह, कब शाम, भूल गया... तेरी यादों में था गज़ब का नशा कब हुई सुबह, कब शाम, भूल गया...
तेरे करीब नहीं अब तुझसे दूर जाने की दुआ मांगते है एक को भूलकर दूसरे को अपनाना तेरी फितरत में शामिल ... तेरे करीब नहीं अब तुझसे दूर जाने की दुआ मांगते है एक को भूलकर दूसरे को अपनाना त...
तुम कैद हो इश्क के गांव में जहां से कहां ज़मानत होती है। तुम कैद हो इश्क के गांव में जहां से कहां ज़मानत होती है।
ख़ामोशी कभी ख़ामोश नहीं होती खामोशी में कई राज़ छुपे होते हैं। ख़ामोशी कभी ख़ामोश नहीं होती खामोशी में कई राज़ छुपे होते हैं।
चाहते तो हो कि तुम करो वादा, मगर तुमसे अदा नहीं हो पाएगा। चाहते तो हो कि तुम करो वादा, मगर तुमसे अदा नहीं हो पाएगा।