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बेज़ुबानशायर 143

Romance Others

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बेज़ुबानशायर 143

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मेरा हक

मेरा हक

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तेरे संग कदम से कदम मिलाना 

तेरी हर परेशानियों में साथ निभाना

अपने हर रिश्ते को बखूबी निभाना

ये तो मेरा हक है।


मैं तेरे लिए सोलह शृंगार करूँ 

मैं तेरी बाँहों का हार बन जाऊं 

तुझ पे ढेर सारा प्यार लुटाऊँ

क्योंकि ये तो मेरा हक है।


आजीवन रिश्ता निभाएंगे

एक दूसरे को नहीं आजमाएंगे 

एक दूसरे पर विश्वास ऐसा हो 

कि बिना बोले ही सब समझ जायेंगे 


प्रेम में कोई भी शक शुबा न हो 

और मेरा तुझ पर हक सदा हो



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