इश्क़ महकता रहता है
इश्क़ महकता रहता है
बेसबब आंखों में मेरी उनका चेहरा रहता है,
हमको बेवक्त बस उनका ही इंतजार रहता है,
जब भी तुम आते एक हुक सी दिल में उठती,
दिल के उपवन में मेरा इश्क महकता रहता है,
तुम्हारा साथ रहना जन्नत से कम नहीं लगता,
तुम्हें देख देखकर दिल मेरा चहकता रहता है,
नहीं पता इस मोहब्बत का अंजाम क्या होगा,
तुमसे इश्क़ हमें दिल यही तसल्ली देता रहता है,
चल ऐ मेरे हमदम! जरा साथ मेरे दो कदम तू चल,
तेरा साथ मुझे जैसे मंजिल तक पहुंचना लगता है,
जब नजर के फूल महकते और दिल में शमा जलती,
इस शमा की रोशनी में तेरा चेहरा चमकता रहता है! !