बारिश
बारिश
बरखा बहार आई
रस की फुहार लाई,
बदरिया साथ लाई
ओ ऽऽ बलमा
कारे कारे बदरा छाये
बिजुरी भी चम के हाय ,
तुम बिन रहा न जाये
ओ ऽऽ बालमा।
फूलों की डालियाँ भी
तुमको बुला रही है
झुक झुक के आज तुमको
नजदीक ला रहीं हैं।
ओ ऽ ऽ बालमा
बादल ने ढाक दी है
कारी सी एक चादर
चंदा भी छुप गया है
शरमा के अपना आँचल
ओ ऽ ऽ सजना
देखा हसीन मौसम
अंगड़ाई मन है लेता
आने की बाट जोहे
ओ ऽ ऽ सजना
बरखा बहार आई