बाल कविता
बाल कविता
बोले मुर्गा कुकडू कू
हँस दो बच्चों रोते क्यूं
खेल खेल में ज्ञान बढ़ाएं
मोर ज्यादा कुछ का फ्यू ।।
चिड़िया करती ची ची ची
लाफ कर दो ही ही ही
आओ कुछ और सीखें सिखाएं
हनी मधु मक्खी बी।।
है अच्छी आदत पढ़ो किताब
खेल कूद कर बढ़ो जनाब
प्रश्न क्वेश्चन, आंसर जवाब
नित्य डेली ,रोज गुलाब।।
