शहीद नमन
शहीद नमन
उन शहीदों को नमन है
हंस रहा जिनसे चमन है।।
प्राणों की आहुति देकर
चल पड़े संकल्प लेकर
राष्ट्र हित सबसे बड़ा हित
हैं गए वो सीख देकर।।
खिल रहा जिनसे वतन है
उन शहीदों को नमन
आज वह नक्षत्र बनकर
देखते होंगे वतन को
आत्मा उल्लसित होकर
तड़पाती होगी न मन को
गूंजता जिनसे गगन है।।
शब्द बनकर जो अमर हैं
त्रिपुरा तन पर सजाए
वीरता की वो कहानी
सुनो स्वरा तुमको सुनाए
पूजता जिनको गगन है
उन शहीदों को नमन।।
