औरत होना इतना भी आसान नहीं
औरत होना इतना भी आसान नहीं
औरत होना इतना भी आसान नहीं हैं
जितनी आसानी से तुम कहते हो, मुझे ये औरत पसंद नहीं हैं l
काली या गोरी, या हो ऊंची या छोटी
औरत तो औरत रहती हैं,
वो होती नहीं कोई खिलौना जो सजधजकर आपका मन बहलाती रहे,
औरत का होना, आपकी सोच से बहुत आगे हैं
शायद इसलिये कोई ऐसी फैक्ट्री नहीं जहां आपकी इच्छानुसार औरत बनाई जाए l
देखा जाये तो इतिहास गवाह है,
औरत माँ है, बहन है, दोस्त, प्रेमिका और अर्धांगिनी भी है
समय दिखा देता हैं हर बार उसके रूप को
पर आज भी इस दुनिया में औरत की बोली लगती है
पुरुष प्रधान समाज में वो आज भी पीछे छूट जाती है
औरत बनकर जीना स्वयं में एक युद्ध हैं
औरत होना इतना भी आसान नहीं है।