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Amarjeet Kumar

Drama

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Amarjeet Kumar

Drama

अर्पण

अर्पण

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हे माँ मातृभूमि अर्पण,

क्या बरबस तुझको करू अर्पण।


दे दूँ तन या मन व संपूर्ण जीवन

देना चाहता हू कुछ अद्वितीय अन्य,

जिससे हो जाऊँ मैं धन्य।


स्वप्न मेरे माँ करना सम्पन्न,

रक्षा व सुरक्षा करूं

तेरी ताकत देना संपूर्ण।

हे माँ मातृभूमि नमन।


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