नववर्ष
नववर्ष
नववर्ष पर हर्ष होगा।
एक पवित्र और पावन पर्व होगा।
सृजनात्मक सृष्टिकाल का एक और वर्ष होगा।
ब्रह्मा के नव निर्माण सृष्टिकाल का आगाज होगा।
हिन्दू धर्म के शूरवीर सम्राट विक्रमादित्य के सर पर ताज होगा।
नये राज्य के स्थापना दिवस पर हर्षोल्लास होगा।
नव विक्रम संवत्सर के पहले दिन का साथ होगा।
नयी उम्मीद का इन्तजार होगा।
नयी ऊँचाई की ओर ध्यान केंद्रित होगा।
मंजिल प्राप्ति की दिशा में प्रथम कदम अग्रसर होगा।
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का राज्याभिषेक होगा।
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा
को अपना नववर्ष होगा ।
पांडव का राज्याभिषेक होगा।
सूर्य के उदय व अस्त से भी सकारात्मक प्रभाव व बदलाव होगा।
चैत्र मास के नवरात्र पर्व के प्रथम दिन का प्रारंभ होगा।
मन पुलकित व मन हर्षित होगा।
कृषक का मन फसल पर गर्वित होगा।
प्रकृति भी सकारात्मक परिवर्तन होगा ।
फिर न कोई अंग्रेजी नववर्ष का गुलाम होगा।
सभी को अपने संस्कारों पर अभिमान होगा।
वास्तविक नववर्ष की जानकारी होगा।
यह सूचना लाभदायक होगा।
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को हिन्दुस्तान(हिन्दुओं) का नववर्ष होगा।