नारी
नारी
नारी इक शक्ति व पहचान है
घर की मर्यादा व मान है
समाज का दर्पण है
बुराई का करती तर्पण है
प्रकृति का स्वरूप है
माता का रूप है
बहन का प्यार है
पुरुष की पहचान है
विश्व मे सम्मान है
संकीर्ण सोच से होता
नारी का अपमान है
समरभूमि की वीरांगना है
संस्कृति व सभ्यता का ज्ञान है
परिवार की शान है
नारी की आस है
पुरुष का आत्मविश्वास है
ममता की लाज व रिश्ते की साज है
घर की ज्योति व परिवार की बेटी है
महिलाओं का सम्मान है
देश के गौरव व जीवन की प्राण
नारी तू तूफान है, तू महान है
नारी इक सृजन,
संपोषण व संरक्षण कर्ती है
त्याग की मूरत व तप की कीमत है
तू धीर व वीर है
तू लक्ष्मीबाई रानी है
तेरी इक कहानी है
तू जगत्जननी है।