अपने साजन का मुख निरखती सजनी
अपने साजन का मुख निरखती सजनी
अपने अहिबात के अमर सुहाग के निमित्त।
करवा चौथ है पति पत्नी के प्रेम का प्रतीक ।।
विधि विधान से इस व्रत को सुहागिनें रखतीं ।
अपने पति का श्री मुख चाँद देखकर निरखतीं ।।
शिव पार्वती के विवाह के शुभ समय की बेला ।
ये प्रथा है तबसे, तबसे लगता प्रीत का ये मेला ।।
प्रेम और विश्वास के धागे को और करती सुदृढ़ ।
सावित्री की याद दिलाती उनकी प्रतिज्ञा कितनी दृढ़।।
पति पत्नी के प्रेम को परस्पर और प्रगाढ़ करती है ।
करवा चौथ के खूबसूरत चाँद की कुछ ऐसी हस्ती है ।।