अनुशासन का महत्व
अनुशासन का महत्व
अनुशासन का महत्व जो नहीं समझेंगे
भला जीवन में सफल वह कैसे हो सकेंगे।
अनुशासन नहीं है कोई बंधन
यह दिनचर्या का होने चाहिए एक अंग।
प्रत्येक सफलता के पीछे अनुशासन का ही हाथ होता है।
अनुशासित व्यक्ति का हर कार्य समय पर ही होता है।
वह जीवन में ना तो किसी को परेशान करता है और ना ही परेशान होता है।
अनुशासित मनुष्य केवल अपने कर्तव्य पथ पर ही अग्रसर होता है।
यदि जीवन में सफल होना है तो अनुशासित होना ही पड़ेगा
अन्यथा काम जैसा अब तक चला है वैसे ही आगे भी चलेगा।
यूं ही घूमते, दुखी होते पछताते रह जाओगे।
दुनिया को अपनी शिकायतें सुनाते ही रह जाओगे।
दुख तो तब होगा जब कोई सुनने वाला भी ना होगा।
फिर से उठोगे तो सफल होने के लिए तुम्हें अनुशासित होना ही होगा।
