अंतराष्ट्रीय योग दिवस :21 जून
अंतराष्ट्रीय योग दिवस :21 जून
काया को करे… निरोग !
आओ सब जन करें योग !
चंचल मन पर संयम की बांधे डोर !
मस्तिष्क में आने वाले प्रश्नों पर करें गौर !
आत्मिक शुद्धि के लिए बढ़ते हमारे क़दम !
आओ सब मिल जुल करें योग हरदम !!
योग सिखाता है सबसे सहयोग
शरीर और मन का बुद्धि और आत्मा का
तन और मन की अच्छी सेहत का
बाह्य वातावरण से संतुलन का
भीतरी अन्तर्मन की तहों में कैद उस आनन्द का ,
जो योग से अनुभूत की जाती है
मन वचन कर्म की शुद्धता का
आचरण एवं नियमों के अनुकरण का !
वाणी की मिठास का
कलुषित विचारों के त्याग का पाठ पढ़ाए योग !
न करें सिर्फ़ हम भौतिक सुखों का ही भोग !
सुविधाओं के पिंजरे में कैद होकर
शरीर का न बढ़ाएं रोग
योग है तप जो मिटाए संताप !
योग है साधना जो मिटाए पाप !
तेरा, मेराइसका उसका
ऐसी स्वार्थी मनोवृत्ति की ,
केंचुली को त्याग
मन के दर्पण में जगाए अनुराग
योग सिर्फ़ नहीं आसन या व्यायाम !
ये है मन की खुशियों का …आयाम !
शरीर को करता है स्वस्थ
मन को भी करता है तंदुरुस्त
चेतना को जागरूक करता प्रणायाम !
अवचेतन की कुंठाओ पर करता प्रहार !
समस्त विश्व में बिखेरे सहयोग एवं प्यार !
सारे विश्व को मिले अच्छे स्वास्थ्य की कामनाएँ !
अंतराष्ट्रीय योग दिवस की सहस्त्रों शुभकामनाएं !