अनजान ये शहर है...!
अनजान ये शहर है...!
अनजान
ये शहर है
होश ना
खबर है
मुझ पर
सबकी नजर है
कैसी
ये डगर है
अनजान
ये शहर है
जाने कैसी
कर रहे हैं
कत्ल की तैयारी
है नशे में
सब यहां
छाई हुई खुमारी
शरीफों का यहां
ना बसर है
अनजान
ये शहर है
होश ना खबर
है
अनजान
ये शहर है
मंजिल
मिलेगी किसको
है किसकी ये
तलाश
जिंदा है
सभी यहां
हैं सिर्फ एक लाश
मुर्दों की
इस नगरी में
होता ना अब बसर है
अनजान
ये शहर है
होश ना
खबर है
अनजान
ये शहर है!