अलविदा 2020
अलविदा 2020
बहुत कुछ सिखाया
इस साल ने मुझे
कुछ लोगो से मिलाया,
लोंगो से अलग कराया मुझे
हम कहाँ से कहाँ हो जायेंगे
कभी न हमने सोचा था
पर इस साल ने बहुत
कुछ सिखाया हैं मुझे
वो दुःख की घड़ी
वो एक- एक पल
आँखे भरी ,
कौन अपना ,कौन पराया
ये सब सिखाया हैं मुझे
जो देखे थे मैंने सपनें
बो सब हकीकत हो पाये मेरे
कुछ अपनों ने मुँह फेरा
तो अंजानो ने अपने गले लगाया
इस साल ......
नसीब नही थी रोटियाँ
हर किसी के नसीब में
कोई रोटी के लिये तड़पा
कोई भूखे पेट सोया
खाने की कीमत क्या होती
साहिब ये सब बतलाया मुझे
इस साल ......
कभी चलता था ,लाखो का कारोबार
एक -एक रुपए के लिए, तरसाया मुझे
पैसे की क़ीमत क्या होतीं हैं साहिब
कुछ पैसो से ,घर चलाना सिखाया मुझे
बक्त किसी का सगा नही होता
बक्त कब बदल जाये
ये सब बक्त ने समझाया मुझे
इस......
खुद की एक नई दुनिया
अपनी नई पहचान
अपने आप को परखना
सिखाया मुझे
यादों से भरा ये साल
हमेशा याद आयेगा मुझे!