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Dhanjibhai gadhiya "murali"

Romance

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Dhanjibhai gadhiya "murali"

Romance

ऐतबार

ऐतबार

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दिल धड़क रहा है मेरा,

आ के छू कर तो देखो!

मुझे तुमसे मोहब्बत है,

उसे महसूस करके देखो।

क्युं रहती हो दूर मुझसे,

नज़दीक आ करके देखो! 

न करो नफ़रत मुझसे तुम,

अपना बनाकर के देखो।

नज़र न छुपाओ मुझसे तुम,

नज़र मिलाकर के देखो! 

प्यार का तराना गाता हूं मै,

उसे भी सुनकर तुम देखो।

न तड़पाओ अब तुम मुझको,

तड़प मिटाकर के देखो! 

प्यार की नगरी बनाई है मैने,

उसमें बसेरा कर के देखो।

आजा ओ और मिटा दो दूरी,

हाथ में हाथ रखकर देखो!

"मुरली" दिल में रखूंगा तुमको,

ऐतबार तुम कर के देखो।



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