ऐ जिंदगी
ऐ जिंदगी
तू रूठी रूठी सी क्यों है मुझसे ऐ जिंदगी
बता मुझे मेरी क्या है खता ऐ जिंदगी
हमने तो तुझसे कुछ नही मांगा ऐ जिंदगी
जो भी मिला उसी में खुश हो लिए ऐ जिंदगी
फिर किस बात की सज़ा हमको है मिल रही ऐ जिंदगी
हमको हमारा कसूर तो बता दिया होता ऐ जिंदगी
मतलबी इस जहान में हर कोई है मतलबी ऐ जिंदगी
गर हम भी मतलबी हो गए तो क्या फर्क रह जायेगा ऐ जिंदगी
धोखा देना क्यों सबकी फितरत हो गयी है ऐ जिंदगी
हमको तो इन धोखों से बहुत डर लगता है ऐ जिंदगी
अब तू ही बता मुझको ऐ जिंदगी तू मुझसे रूठी रूठी क्यों है
कैसे तुझको मनाये हम ऐ जिंदगी तू मुझसे रूठी रूठी क्यों है