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अधूरे हम

अधूरे हम

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सपने, सपने रहे

चाहत, चाहत रही

दोनों अधूरे रहे।


तू भी

मैं भी

शिकवे

शिकायतें हजार,


कुछ भी तो अपना न हुआ

हँस के तेरा पूछना

और क्या हाल-चाल,


और मेरा भूल जाना

हर शिकवा, शिकायत

सवाल।


सवाल, सवाल रहे

मेरी तरह अधूरे रहे।


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