जिंदगी
जिंदगी

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काफिले चल पड़े हैं तो मंजिल भी मिल जायेगी
है भले ही रात लम्बी सितम की, टल जायेगी।
वक्त के साथ-साथ बदली है सूरत जमाने ने
साथ चलोगे, किस्मत तुम्हारी भी बदल जायेगी।
लड़खड़ाना भी जरूरी है जिंदगी में कभी-कभी
ठोकर लगेगी तो खुद ही सम्भल जायेगी।
लोगों की मदद करो और दुआएं बटोरते चलो
एक न एक दिन किसी की दुआ फल जायेगी।
जिंदगी कहां किसी के लिए रुकी है 'सचिन'
जिंदगी रेत है, एक दिन मुट्ठी से फिसल जायेगी।