अधूरा फेसबूक प्रोफाइल
अधूरा फेसबूक प्रोफाइल
अधूरी पहचान, अधूरा प्रोफाइल, बायोडेटा का पता नहीं
आप रहते हैं कहाँ करते हैं क्या कोई आपका ठिकाना नहीं
फ्रेंड भी बनना चाहते हैंऔर अपने प्रोफाइलों को लॉक भी कर देते हैं
नाम किसी पुरुष का हो फोटो किसी लड़कियों की चिपकाई होती है
जन्म के साल को छुपा करके जन्म की तारीख सिर्फ लिखी जाती है
रहते कहीं और हैं पता ठिकाना कहीं और का पढ़ाई- लिखाई का विवरण नहीं
उपाधियाँ कहीं और का लोग बड़ी उम्मीद से अपने फ्रेंड बना लेते हैं
अनजाने लोगों को भीअपने हृदय में बसा लेते हैं दोस्ती समान विचारधाराओं
पर टिकी होती है विभेदों से क्लेश बड़ता है दोस्ती भी खत्म हो जाती है
अच्छे तो वे हैं जोखुलके अपनी बात अपने फ्रेंडों को बताते हैं
और यदि ना हुआ तोअपनी पहचान लोगों को दिखाते हैं
राजनीति के विवादों से दोस्ती की नींव हिल जाती हैं
इन विषयों से यदि हम दूर रहते हैंतो मित्रता अमर हो जाती है !!