अधखुली किताब
अधखुली किताब
तेरी याद है सिमटी हुई
कुछ अधखुली किताबों में
बिखरे हुए हैं वो लफ्ज़
कुछ अधखुली किताबों में
जो निकले थे कभी कभार
मुझसे गुफ्तगू करने के लिए
सिमटी हुई हैं वो गुफ्तगू आज भी
कुछ अधखुली किताबों में
तेरी याद है सिमटी हुई
कुछ अधखुली किताबों में
लिखे हुए है वो पल
कुछ अधखुली किताबों में
जो बिताये थे हमने
एक साथ आंखों में
सिमटे हुए हैं वो पल
कुछ अधखुली किताबों में
तेरी याद है सिमटी हुई
कुछ अधखुली किताबों में
बनी हुई है तस्वीरें
कुछ अधखुली किताबों में
बनाई थी जो मैंने
तेरे सपने देखते हुए
सिमटी हुई हैं वो तस्वीरें
कुछ अधखुली किताबों में
तेरी याद है सिमटी हुई
कुछ अधखुली किताबों में।

