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Brijlala Rohanअन्वेषी

Action Classics Inspirational

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Brijlala Rohanअन्वेषी

Action Classics Inspirational

अभिमान

अभिमान

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किस बात का है आपको अभिमान

आपसे बढ़कर बहुत हैं,

बहुत हो चुके हैं,बहुत होंगें।


सदा रखिए आप इसका ध्यान,

सदैव रखिए इसका भान !

तो फिर भी ये दंभी अभिमान ?

कितना झूठा है यह अभिमान !


अभिमान मनुष्य की प्रगति, विकास,

सफलता के मार्ग को अवरूद्ध करता है।

अभिमान आपकी विवेकशीलता,विचार,

बुद्धि, दूरदर्शिता को हर लेता है।


सच में अभिमान बड़ा ही घातक हथियार है !

इससे तुम कभी मत खेलो।

अभिमान प्रगति में बाधक है।

जो इससे अछूता वही सच्चा साधक है।


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