भारत का बेटा......
भारत का बेटा......
सुनो यारों मेरे प्यारे देश वासियों,
मैं हूँ एक जवान, देश मेरा प्रिय.
सरहद में हूँ मैं और एक ही लक्ष्य,
रोकना है मुझको शत्रु प्रतिपक्ष
ये है मेरे दिल के एक अरमान,
रखूँगा भारत माता का सम्मान
ऐ हवा तू जरा ले जा मेरा सन्देश,
पहुंचा दे तू इसे मेरे माँ के पास.
तू जाकर बोलना मेरी माँ को जरा,
बोलना सबसे आगे देश हमारा
है उससे मेरा खून से जुड़ा रिश्ता,
पर पहले मैं हूँ भारत की बेटा
यहाँ खड़े मैं तो हूं एक पहरेदार,
मुझे मिला ये मौका जानो इस बार
बचपन में वो तो कहा करती थी,
देशभक्ति का लोरी सदा सुनाती थी
जब बड़ा हुआ, कुछ समझ आया,
सपनों में भारत माता को बिठाया
रात भर सुनी शहीदों की कहानी,
जो लोग दिए देश के लिए कुर्बानी
बार बार जब कोई देश को लुटा,
वीर लड़े, आजादी के तोहफा बांटा.
देनी पड़ी इसके लिए बलिदान,
आजादी के लिए हुए वो कुरबान
बड़ी मुश्किल से अब ये हमें मिली,
हम सबकी ओठों पे मुस्कान खिली
अब हमारा तिरंगा ऊँचा रहेगा,
आजादी अब हात से नहीं जायेगा.
जब मैं घर से निकल कर आया,
भारत माता की सौगंध भी तो खाया
मेरी माँ ने तो मुझको जनम दिया,
भारत माँ ने तो मुझे गोद में खिलाया
मेरी माँ भी तो उसकी एक बेटी है,
हमें अब उसका मान रखना है
जब तक है मेरे जान में भी जान,
रखूँगा भारत माता का मैं सम्मान
माँ को बोलना वो हँसते ही रहेगी,
उसमें हमारी हिम्मत भी बढ़ेगी
अब मैं सर पे कफन बाँध आया,
कुर्बानी को तो अब एक मौका पाया
अपने जान पे खेलकर मैं लडूंगा
दुश्मनों का सारे घमंड को तोडूंगा
ये एक भारत के बेटे का सन्देश,
झंडा ऊँचा रहे, हँसते रहे देश
हम है भारतीय, जितना जानते,
इस माँ के हम सब भी है बच्चे
