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PANKAJ SAHANI

Classics Inspirational

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PANKAJ SAHANI

Classics Inspirational

अब श्मशान में ठहरने का ठिकाना ठीक रहेगा

अब श्मशान में ठहरने का ठिकाना ठीक रहेगा

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रास्ता बदलने से तो 

बनाना ठीक रहेगा,

यहां किसे अपना हाल

बताना ठीक रहेगा।


मुट्ठी में नमक लेकर

बैठा है जमाना सारा ,

यहां किसे अपना ज़ख्म

दिखाना ठीक रहेगा।


बहुत ढूंढा नजरें घुमाया 

कहां पर ठहरू,

कहां पर जाना ठीक रहेगा।


इंसानों की बस्ती है 

भरोसे के काबिल कहां ,

अब श्मशान में ठहरने का

ठिकाना ठीक रहेगा।


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