STORYMIRROR

Amrita Rai

Romance Others

2  

Amrita Rai

Romance Others

अब मुझे रिहाई दे

अब मुझे रिहाई दे

1 min
122

अब मुझे रिहाई दे दे

झूठी मोहब्बत से, बेवफाई से

खामोशी से तन्हाई से

तेरी यादों की रुसवाई से

तेरी वजह से हमारी जग हंसाई से

अब थक गई हूं जिंदगी की इस लड़ाई से

दे दे अब हमें रिहाई दे।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance