तिरंगे के नीचे दुश्मनों की क़ब्र सजा देंगे लाहौर को उसकी माता से मिला देंगे तिरंगे के नीचे दुश्मनों की क़ब्र सजा देंगे लाहौर को उसकी माता से मिला देंगे
मगर उस डर का क्या जो अंदर घर करे है बैठा है मगर उस डर का क्या जो अंदर घर करे है बैठा है
बंधी हुई थी जंजीरे कभी हाथो पर मजबूत था वो भी, अपने इरादों पर । बंधी हुई थी जंजीरे कभी हाथो पर मजबूत था वो भी, अपने इरादों पर ।
तेरी यादों की रुसवाई से तेरी वजह से हमारी जग हंसाई से तेरी यादों की रुसवाई से तेरी वजह से हमारी जग हंसाई से
मिलोगे जब तुम मुझे तो , मैं सीने से तुम्हे अपने लगा लूँगी! मिलोगे जब तुम मुझे तो , मैं सीने से तुम्हे अपने लगा लूँगी!
जिंदगी उसका दिया तिरोहित नज़राना है अदब रंग का पुरोहित खजाना है। जिंदगी उसका दिया तिरोहित नज़राना है अदब रंग का पुरोहित खजाना है।