अमित प्रेमशंकर

Romance

5.0  

अमित प्रेमशंकर

Romance

आत्मकथा

आत्मकथा

1 min
388



तेरे इसी आँसू ने मुझे,

तेरा दीवाना बनाया था।

तेरे इसी आँसू ने मुझे

अपनों से बेगाना बनाया था।।


पर अब जा के सच्चाई

मालूम पड़ा

कि मेरे रूह से खेलने के लिए

तूने दर्द और आँसू का

बहाना बनाया था।।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance