PRADYUMNA AROTHIYA

Romance Classics Inspirational

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PRADYUMNA AROTHIYA

Romance Classics Inspirational

आशा के प्रकाश में

आशा के प्रकाश में

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यह सफर यूँ ही चलता रहे

छूटते हैं ख्वाब तो छूट जाने दो।

नया कोई खड़ा होगा रास्ते में

जाने वाले वक्त को जाने दो।।


जीवन स्वयं प्रकाश है नई आशा का

मायूसियों के मैले परिधान उतर जाने दो।

जो संगीत यहाँ फैला है वो सत्य है सृष्टि का

कुछ मिलता है कुछ खोता है

मन के हर कोने में यह सत्य बस जाने दो।।


अपने हैं साथ यही जीवन का अहम सुख 

ऐसे पलों को जीवन का अमृत बन जाने दो।

नन्ही सी एक जान दिलों में जो बसती है

उसे जीवन की उम्मीद भरी लाठी बन जाने दो।।


जो वक़्त गुजरा यकीनन वो अनगिनत कहानियों से भरा है

साथ है जो एक दूजे का

शादी की इस वर्षगाँठ उसे मुस्कुराहट बन जाने दो।

कल की फिक्र क्यो ? आज में ही जिंदगी है

आशा के प्रकाश में

खुशियों की बगिया फूलों सी खिल जाने दो।।


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