आओ कुछ गुनें
आओ कुछ गुनें
चलो आओ गपशप करें,
कुछ अपनी कहें कुछ दूसरों की सुनें !
अगर बात बहुत निजी हो तो,
कभी भी उसे सार्वजनिक ना करें !
बातों बातों में बातें निकल आती है,
कभी हंसती है आँखें तो छलछलाती है !
जब कोई हो दुखी तो,
उसे बड़े प्यार से लगा लो अपने गले !
आओ सखी कुछ मन में गुनें,
और किसी को कष्ट ना हो ऐसे शब्द चुनें !