आम हिन्दुस्तानी
आम हिन्दुस्तानी
साहब का टिपटाप कुत्ता बोला गली के लावारिस कुत्ते से
मुझे देख फिर खुद को देख
कितना फर्क़ है मुझ में और तुममें
ए ग्रेड का अफसर हूं मैं
और तुम किसी क्लर्क, चपरासी की तरह
मुझे दूध मिलता है, स्वादिष्ट मांस मिलता है
साहब का नौकर मुझे टहलाता है
नहलाता है और तुम, तुम्हारी औकात
आम हिन्दुस्तानी की तरह हो गयी है।