नन्हे कोमल हाथो से बर्तन चमकाता है वो नन्हे कोमल हाथो से बर्तन चमकाता है वो
कम मत समझना आज की बेटियों को क्या नहीं है जो नहीं कर सकती आज की बेटियाँ। कम मत समझना आज की बेटियों को क्या नहीं है जो नहीं कर सकती आज की बेटियाँ।
नेता अफसर का आपस मे कोई भी सुरताल नहीं। नेता अफसर का आपस मे कोई भी सुरताल नहीं।
घूंघट लंबा कर लिया, कलम थमाई हाथ। घूंघट लंबा कर लिया, कलम थमाई हाथ।
जगह जगह बहती धाराएँ अब बन के रह गई हैं गंदे नाले जगह जगह बहती धाराएँ अब बन के रह गई हैं गंदे नाले
गली और चौबारे से झांकती उन ख्वाहिशों को मैंने देखा, गली और चौबारे से झांकती उन ख्वाहिशों को मैंने देखा,