STORYMIRROR

डॉ. प्रदीप कुमार

Romance

4  

डॉ. प्रदीप कुमार

Romance

आख़िरी महीना है

आख़िरी महीना है

1 min
355


अब और मत सताओ मुझे, 

ये आख़िरी महीना है,

अब इंतजार मत कराओ मुझे, 

ये आख़िरी महीना है,

अब तो सब राज़ बताओ मुझे,

ये आख़िरी महीना है,

अब तो तुम बन जाओ मेरे,

ये आख़िरी महीना है।

आके गले लगाओ मुझे,

ये आख़िरी महीना है,

तुम अपनी सब इच्छाएं बताओ मुझे,

ये आख़िरी महीना है,

अब तक मेरी नैया डगमगा रही भंवर में,

अब तो किनारे लगाओ इसे, 

ये आख़िरी महीना है।

नए साल पे मिलने जा जो वादा किया है तुमने,

इसी साल निभाओ उसे,

ये आख़िरी महीना है,

तुमसे मिलने की चाहत ने रुलाया मुझे बहुत है,

तुम इसी वक्त हंसाओ मुझे,

ये आख़िरी महीना है।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance