किस पर लिखें?
किस पर लिखें?
मेरी कविताओं को पढ़ने वाले कुछ लोग
अक्सर मुझसे ये सवाल करते हैं,
"आप हमेशा गंभीर विषयों पर ही
क्यों लिखते रहते हैं?
और भी रुचिकर विषय हैं
जिनको हम पढ़ना चाहते हैं,
आपके उन सब पर क्या विचार हैं?
आपसे हम सुनना चाहते हैं।"
कुछ पाठक सलाह देते हैं कि
मैं रोमांटिक कविताएं लिखूं,
कुछ सलाह देते हैं कि
मैं एक कवि जैसा दिखूं।
कुछ मेरी आर्थिक स्थिति को
मजबूत देखना चाहते हैं,
फिल्मी दुनिया में मेरा भी योगदान हो,
मुझसे कुछ फिल्मी गीत चाहते हैं।
इतनी ज्यादा आशाएं, इतना ज्यादा प्यार,
कला को कला रहने दूं? या करने लगूं व्यापार?
सच्चा कवि जब कविता लिखता है,
उसमें समाज की भलाई ही देखता है,
उसके लेखन से किसी का कुछ बिगड़ न जाए,
ऐसे सभी शब्दों को वो कलम में ही रोकता है।
