STORYMIRROR

Richa Baijal

Inspirational

4  

Richa Baijal

Inspirational

वक्त

वक्त

1 min
23.8K

वक्त रेत सा फिसलता है 

ये कब किसी के लिए रुकता है 

हर घड़ी का हिसाब है 

वक्त का अपना मिजाज़ है 


राजाओं के झगड़े देखे 

अंग्रज़ों के सपने देखे 

संविधान की ताकत देखी 

कोरोना -सी आफत देखी 


सतत सा चलता रहा जो वो वक्त था 

सशक्त हो चला वो वक्त था 

एहसास-हीन सा वक्त था  

समय से हर पल चला जो वही तो वक्त था।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational