अपनी होली ऐसे मनाएं
अपनी होली ऐसे मनाएं
होली के अवसर पर जिसको भी रंग लगाएं,
याद रखे वो रंग एक दिन में न उतर जाएं,
रंग पक्का रहे, रिश्ते भी पक्के रहें,
चाहे लाख दुःख आएं, या लाख सुख जाएं।
पड़ोसी हों, रिश्तेदार हों, या मंझे कलाकार हों,
आप पर है जिम्मेदारी, सबसे रिश्ता निभाएं,
अनदेखा करें उनकी कमियों को,
रिश्तों में निखार लाएं,
अच्छी यादों का तिलक करें,
बुरी यादों की होलिका जलाएं,
प्रेम-भाईचारे की आग में घी डालें,
नफ़रत और जलन को स्वाहा कर आएं।
होली पर नए कपड़े पहनें,
पुराने यारों को गले से लगाएं,
शराब पीकर न हुड़दंग करें,
प्रेम-सद्भाव से होली मनाएं।
गुझिया, पापड़ जो भी बना हो,
संयम से खाएं, सबको खिलाएं,
रंगों को रंगों का त्योहार रहने दें,
इसको खून से न नहलाएं।
