समय
समय
बलशाली है जो सबसे और खुद से भी कमज़ोर है,
ये समय ही तो है वो बन्दे जो इस जहां मे सबसे महवत्पूर्ण है।
समय ही वो कांटा है जो इस जीवन की धारा है,
समय से ही हर जीत और समय से ही तू हारा है।।
ख़ुशी और ग़म का हर सार समय है,
समय ही तो हर व्यक्ति के मन का भय है।
अपनों का साथ और रिश्तों की मिठास समय से है,
समय ही तो शत्रु और इसी से ही मानव विजय है।।
उमीदों की किरणों मे उजियारे का दीपक समय है,
निराशाओं के अँधेरे मे अकेले गुज़र जाना समय है।
समय ही हर मनुष्य की सफलता की पूंजी है,
और ये समय ही तो है जो हर प्रशन कुंजी है।।
समय से ही अपने और समय से पराये हैं,
इसी ने तो जीवन के अदभुत पाठ पढाये हैं।
यही तो है जो उन्नति के शिखर तक पहुँचता है,
और इसी ने तो कागज़ के हर घर जलाये हैं।।
