पहली नज़र का हल्का सा सुरूर.. कर देता है.. दो दिलो को बेताब।
सत्येंद्र को बचपन से ही आर्कियोलॉजिकल साइट्स देखने में बहुत मज़ा आता था।
यह ख़त है समाज़ में आये बदलाव की, महिलाओं के समानता के अधिकार की सैनिको के परिवार की ।
आज राहुल की भटकती आत्मा को शान्ति मिलेगी। ओम शांति ओम।
अनूप कहता है - माँ ये लाल रंग तुझे क्यूँ भाता है।
अब वह एक जर्जर भवन की तरह था जिसमें पछतावों के डरावने प्रेत रहते थे।
काफी देर बाद उसने एक तस्वीर तैयार की
अपने भूत में ही जीती रही जबकि मेरा वर्तमान भूत से ज्यादा हसीन है!
कैसा टेलीग्राम?” – मम्मा ने पलट कर पूछा. “हमें कोई टेलीग्राम नहीं मिला.
जब भी तुम्हारे बिना जीवन की कल्पना करती हूँ,कांप ही जाती हूँ।
इसी अपनत्व के प्रति आश्वस्त होते ही प्रिया ने मुझे अपनी उत्सुक बाहों में कसकर बांध लिया
आज ख़ुशी ख़ुशी इस दुनिया से जाने को तैयार हूँ, मर कर ही सही, फिर से लोगों के कंधों पर सवार हूँ।
जैसे जैसे आयोजन की तिथि निकट आ रही थी, मेरी धड़कनें तेज हो रही थीं।
लालच ने एक हरे-भरे बेजुबान वृक्ष को जड़ से उखाड़ दिया।
पिंड लौटा खेत के कोने में बने घर की हालत खंडहर सी थी, वही खंडहर हाल सत्तो भी मिली। खेत पर किसी और का कब्जा था
बेलूर मठ
उस जंगल में
फ़ैसला
पेट दर्द
जादुई दस्ताना
डेढ़ टिकट
लाल
सास ने तोहफ़े...
गृहविष्णु -गृ...
दो पहियों की ...
"भई ! आज चिकन लगा दे, नवरात्रों के चक्कर में काफी दिन हो गए ! "भई ! आज चिकन लगा दे, नवरात्रों के चक्कर में काफी दिन हो गए !
उसका चौकोर चेहरा पानी की तरह शांत और गंभीर था, लेकिन उसके नीचे चिंता के संकेत देखे जा स उसका चौकोर चेहरा पानी की तरह शांत और गंभीर था, लेकिन उसके नीचे चिंता के संकेत दे...
अमूमन में तीन पराठें खाता हूं स्वाद अच्छा लगे तो चार भी हो जाते हैं । अमूमन में तीन पराठें खाता हूं स्वाद अच्छा लगे तो चार भी हो जाते हैं ।
क्या है अहान की कहानी जानने के लिए बने रहिए इस कहनी के साथ। क्या है अहान की कहानी जानने के लिए बने रहिए इस कहनी के साथ।
महादेव की लीला ही थी कि उनमें और अर्जुन में युद्ध छिड़ गया। महादेव की लीला ही थी कि उनमें और अर्जुन में युद्ध छिड़ गया।
सुभाष गुप्ता अब ‘टिंडर’ पर अकेली विधुर महिला को खोज रहे हैं। दुआ करो कि उनके मन माफिक म सुभाष गुप्ता अब ‘टिंडर’ पर अकेली विधुर महिला को खोज रहे हैं। दुआ करो कि उनके मन ...
परिश्रम के साथ सफलता पाते हुए उन्होंने ऊंचाइयों को सर किया अपनी मंजिल। परिश्रम के साथ सफलता पाते हुए उन्होंने ऊंचाइयों को सर किया अपनी मंजिल।
बेचारी अबोध नन्ही सी जान कमजोर और थकी रहती थी। बेचारी अबोध नन्ही सी जान कमजोर और थकी रहती थी।
माता-पिता की सेवा होने के बाद पुंडलिक महाराज भगवान कृष्ण के सामने गया माता-पिता की सेवा होने के बाद पुंडलिक महाराज भगवान कृष्ण के सामने गया
एक सच तो हमारी कुदरत और भाग्य के रंग होते हैं। एक सच तो हमारी कुदरत और भाग्य के रंग होते हैं।
मैंने उसका परिचय पूछा, मां आप कौन हो? कहाँ से आई हो? बच्चे और पति कहाँ है? मैंने उसका परिचय पूछा, मां आप कौन हो? कहाँ से आई हो? बच्चे और पति कहाँ है?
हिसाब से जिसकी बारी नहीं पड़ती है वह भी काम चाह रहा है। हिसाब से जिसकी बारी नहीं पड़ती है वह भी काम चाह रहा है।
हारकर विनायक ने फिर किसी एम एन सी कम्पनी में नौकरी कर कर ली। हारकर विनायक ने फिर किसी एम एन सी कम्पनी में नौकरी कर कर ली।
बेटे के निमंत्रण को सुनकर पति-पत्नी दोनों खुश हो गए बेटे के निमंत्रण को सुनकर पति-पत्नी दोनों खुश हो गए
पिक्चर में एक गाना था "प्यार बांटते चलो प्यार बांटते चलो पिक्चर में एक गाना था "प्यार बांटते चलो प्यार बांटते चलो
यमुना सात दिन के स्नान से और सरस्वती तीन दिन के स्नान से सब पापों का नाश करती हैं। यमुना सात दिन के स्नान से और सरस्वती तीन दिन के स्नान से सब पापों का नाश करती है...
अरे यार पापा, माँ तो तुमको को देख खुश हो रहे हैं अरे यार पापा, माँ तो तुमको को देख खुश हो रहे हैं
दुबई में हिंदी साहित्य के प्रचार व योगदान देने हेतु कई संस्थाओं द्वारा सम्मानित। दुबई में हिंदी साहित्य के प्रचार व योगदान देने हेतु कई संस्थाओं द्वारा सम्मानित।