हमसफ़र बन जाओ तुम
हमसफ़र बन जाओ तुम
हमसफ़र बन जाओ तुम ये तमन्ना दिल
में लिए फिरते हैं
ईश्वर भी इम्तिहान पे इम्तिहान लिए जा रहा है
जाने कब हम खरे उतरेंगे ईश्वर की नज़रों में
यह सोच सोच कर ही वक्त गुज़र रहा है
चाँद सितारों की तमन्ना की होती तो
शायद अब तक झोली भर गई होती
बंगला, गाड़ी भी मांगा होता तो
शायद वो भी मिल जाती
प्यार में हम मिलकर भी ना मिल
सके ये कैसी मजबूरियाँ है
हमसफ़र बन जाओ तुम काश
ये तमन्ना पूरी हो जाये
ग़लती नहीं किसी की ना ही तेरी ना ही मेरी
किस्मत में ना लिखा हो मेल तो क्या करे हम
उम्मीद का दामन कब तक थाम के रखेंगे
एक दिन तो उम्मीद टूटेगी और दिल टूटेंगे
दोष किसी को क्या देना हालात से समझौता कर लो
जीना तो पड़ता है हर हाल में मौत को गले
लगा नहीं सकते
कर्ज़ अपनों के चुकाने जो बाकी है उन कर्ज़ों
को उतारना भी फ़र्ज़ अपना है