शौर्य
शौर्य
अभिनंदन अभिनंदन है आपका
सही मायने में नाम का अर्थ बतला दिया !
नंदन नाम है नन्द के लाला का
कृष्ण कन्हैया का बंशी बजइया का !
अपनी बंशी की गूँज से
दुनिया को हिला दिया
दुश्मनों को समझा दिया !
पहले हम छेड़ते नहीं
फ़िर छोड़ते नहीं !
घर का भेदी लंका ढाये
बेशक़ आस्तीन के साँप हमने पाले हैं !
पर ये भी समझ लेना
हम नाग को नथने वाले हैं !
महाराणा प्रताप जैसे योद्धा हमने पाले हैं
घास की रोटी खाकर भी जो ना हिले
हम ऐसे मतवाले हैं !
अपने दृढ़ निश्च्य से
दुश्मन के नापाक़ इरादों को
नेस्तनाबूद कर दिया !
दिल के क्रंदन को अभिनंदन
तुमने जशन मना दिया !
हर भारतीय की आत्मा चित्कार रही थी
बदला लो ये पुकार रही थी !
बदला लेकर पाक से
दुश्मन को छटी का दूध याद दिला दिया !
तुम्हारे शौर्य ने भारत का
परचम दुनिया में लहरा दिया !
हम लक्ष्य भेदते हैं
लाशें नहीं गिनते !
ये दुनिया को बता दिया
दुश्मन ये जान ले
रोने - धोने का मातम !
हम थोड़े ही दिन मनाते हैं !
अस्थी विसर्जन का संकल्प ले
शहीदों की अस्थियों को तिलक लगा !
"शकुन" हम अपने
सोये शेरों को जगाते हैं !