Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Sandeep Gupta

Romance

4.5  

Sandeep Gupta

Romance

एक बोरिंग कपल

एक बोरिंग कपल

1 min
481


ना गलबहियाँ डाली,

ना चुम्बन जड़े,

मैं और तुम,

ना जाने क्या ढूँढ रहे थे,

उठती गिरती लहरों में,

बस बैठे बैठे,

गोवा के तट पर ।


जब अन्य युग्म,

लहरों के अस्तित्व से बेख़बर,

डूबे हुए थे एक दूसरे में,

आलिंगनबद्ध,

गिन रहे थे सांसें एक दूसरे की,

मैं और तुम,

खोए थे, गिनने में,

बनती, बिखरती लहरों को,

मानो अगले दिन,

परीक्षा में पूछा जाना हो प्रश्न,

कि 'कितनी लहरें थी गोवा के समन्दर मे'।


मैं और तुम,

गोवा के तट,

शायद,

लहरों में, ढूँढ रहे थे,

ख़ुद का अस्तित्व ।


सुना है कि,

एक बला की ख़ूबसूरत जादूगरनी रहती है गोवा में,

जो अपने होंठो से छूकर, 

ढलते सूरज की लाल-नारंगी रोशनी को,

बदल देती है रंगीन रातों में,

और उगते सूरज को, 

बाहों में भर,

भर देती है मदहोशी, 

पूरे गोवा में।

सुना तो ये भी है,

कि उसके जादू से,

बच नहीं पाया है कोई आज तक,

जो आता है एक बार,

बार बार खींच लाता है उसे,

इस जादूगरनी का जादू,

गोवा के तट पर।


कहते हैं कि,

प्यार को परवान चढ़ाने,

खोया प्यार पाने,

और रूठे यार को मनाने,

गोवा से अच्छी जगह कोई और नहीं।

दो दिन के लिए आए थे हम गोवा,

और रुक गए ५ दिन,

जादूगरनी का जादू चल गया है शायद,

तुम पर भी और मुझ पर भी,

क्या मिल गया जिसे पाना चाहते थे हम?

क्या मना लिया उसे जो रूठा बैठा है?

गोवा के तट पर,

ना गलबहियाँ डाली,

ना चुम्बन जड़े,

मैं और तुम,

बस लहरें गिनते रहे ५ दिन,

वाकई !

कितने बोरिंग कपल हैं हम ।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance