मना पिटारा खोल
मना पिटारा खोल
*मना पिटारा खोल
नवं आनंदाचा रें
नवं येणार गड्या
जुनं जाणार आहे*
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*तु पंख पक्के कर
नवं विश्व बघून
नवं संकल्प कर
दम भरून हुर्दय*
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*गुंतू नको जुन्यातं
जिणं सार्थक कर
चढ उतार येती
वास्तव कळण्यास*
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*वेळ आपला सखा
कुणास कळतं रें
जग तु मनसोक्त
आले क्षण स्वीकार*
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*तया स्वागत कर
नवं वर्षात जीवा
चांगलं विचारीत
चांगलं होतंय ना*
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*मग नकार झटक
प्रफुल्लीत राहावं
नवं होऊन जगावं
क्षण येतं जाणार*
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*रंग रंगून नवं
तु प्रेममय व्हावं
कळी कल्पना कर
बहरूदे हे जिणं*