दवं प्रेमाचे
दवं प्रेमाचे
*प्रेम शिंपडले रे
मया जिवांची ही
आले विचार र
खाली दवात पडून *
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*राहिले मनोमनी
टवटवीत ताजे
स्वरूप व्यक्त रे
आनंद देऊन*
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*करती ही मौज
स्वप्न नव्याने
नवं दवात दवं
दावते नवं काही*
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*नवं स्फूर्ती भरून
उमटती दवं प्रेमाचे
अंगोअंगी भिजवून
व्यक्त झाली रे प्रेमसार*
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*मना फुलते रे स्वर्ग
आनंदी आनंद देऊन
प्रेम शिंपडतात पुन्हा
दवं, भावबंधाचे धरून*
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