वृंदावन
वृंदावन
मुझे वृंदावन जाने का मौका मिला मैं अपने परिवार सहित 5 दिन के लिए वृंदावन और मथुरा घूमने गया। वहां पर मैंने वहां की संस्कृति के बारे में जाना, वहां के रहन-सहन को देखा।
भजन कीर्तन के पावन स्वर मंदिरों में गूंज रहे थे।
राधे राधे कृष्ण कृष्ण
हरे राधे हरे कृष्णा
कृष्णा कृष्णा हरे हरे
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे
यह सब सुनकर बहुत अच्छा लग रहा था। भक्ति भावना जागृत हो रही थी। प्रेम की नगरी कृष्ण के ब्रज की राजधानी मथुरा और वृंदावन बहुत ही पावन स्थल जहां भगवान श्री कृष्ण जी ने रासलीला की वह निधिवन बहुत ही सुंदर और पावन स्थान है
वृंदावन मथुरा में जिधर देखो उधर कृष्णमय प्रेम की लहर बहती रहती चारों तरफ वातावरण में मस्ती की लहर दिखती है भक्ति भावना से ओतप्रोत भक्तजन भक्ति में लीन रहते हैं वह सभी कृष्णा के भक्त हैं जो प्रेम का संदेश पूरे संसार को देते रहते हैं।