वो और मैं - 11
वो और मैं - 11
वो- आज बहुत बिजी रहा, पर अक्सर तुम्हारा ख्याल
आता रहा।
मैं- बिज़ी ठीक है पर ख्याल ठीक नहीं।
वो-कोई और होती तो सातवें आसमान में होती।
मैं-तुम्हे समझ नहीं आता क्या..
वैसी ढूंढो जिंदगी में..
यहां ऑनलाइन नहीं मिलेगा कुछ।
वो -कैसे ढूँढू, तुम निकलो दिमाग से तब न।
मैं-पुरुष हो, स्त्री का खालीपन सूंघना गुण है तुम्हारा।
वो-तुम...तुम मुझे क्या समझती हो बी ?
मैं- जो समझ रही हूँ ...सही समझ रही हूँ।
वो-ठीक है... समझ गया..गुड बाय।
मैं-ओके।

