वह मुरझाई लड़की
वह मुरझाई लड़की
वह मुरझाई लड़की अकसर खोई-खोई सी रहती थी। लड़का उसे रंगीन दुनिया की सैर पर ले चलता था और कहता- "चलो भी, अब कुछ अगले दिन के लिए भी छोड़ दो।"
यह सुनकर लड़की उससे पूछती- "क्या तुम मुझे हमेशा ऐसी ही दुनिया में ले चलोगे ?"
लड़का जबाब देता- "पगली ! यह भी कोई पूछने की बात है ! हर जन्म में मैं तुम्हें वहाँ ले चलूंगा।"
यह सुनकर वह मुरझाई लड़की खिलकर सूरजमुखी बन जाती।